यज्ञ में प्रसाद स्वरूप सोमरस का सेवन लाजि़मी है । अगर ऐसा नहीं हुआ तो इंद्र महाराज आंनद यज्ञ में प्रसाद स्वरूप सोमरस का सेवन लाजि़मी है । अगर ऐसा नहीं हुआ तो इंद्र महार...
सभी का अपना ही अलग अन्दाज़ होता है सभी का अपना ही अलग अन्दाज़ होता है
पर ये जो ज़िंदादिली है, तुम से ही है। पर ये जो ज़िंदादिली है, तुम से ही है।
अलग हुए गण और तंत्र को एक साथ जोड़ जाते हैं। अलग हुए गण और तंत्र को एक साथ जोड़ जाते हैं।
काश! मिले मंदिर में अल्लाह मस्ज़िद में भगवान मिले। काश! मिले मंदिर में अल्लाह मस्ज़िद में भगवान मिले।
जिंदगी जहां से होती है शुरू ; वहीं मिलती है देवदार के दरख्तों से भी ज्यादा सघन , ज्य जिंदगी जहां से होती है शुरू ; वहीं मिलती है देवदार के दरख्तों से भी ज्यादा सघन ,...